जो काला और गन्दा सपना मन की परती जमीन पर, किसी जंगली पेड़ की तरह सर ऊँचा कर खड़ा ह जो काला और गन्दा सपना मन की परती जमीन पर, किसी जंगली पेड़ की तरह सर ऊ...
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किस ओर चली गयी मानव प्रवृत्ति, सुखमय जीवन से विलासी निवृत्ति। किस ओर चली गयी मानव प्रवृत्ति, सुखमय जीवन से विलासी निवृत्ति।
माता पिता हमारे भगवन प्रातः उठ करें उन्हें नमन । माता पिता हमारे भगवन प्रातः उठ करें उन्हें नमन ।
ये पल ही है जो कभी कभी सच्चाई नजर में लाते....। ये पल ही है जो कभी कभी सच्चाई नजर में लाते....।
अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना। अपने पवित्र प्रेम से इस पर निशां तुम कर देना।